


निजी तौर पर निर्मित एक अमेरिकी अंतरिक्ष यान चांद पर उतरने से कुछ ही घंटे दूर है। यह एक ऐसी उपलब्धि है जिसे अंतरिक्ष उड़ान के इतिहास में केवल एक अन्य कंपनी ने ही हासिल किया है। ब्लू घोस्ट नामक रोबोटिक लैंडर लगभग दो सप्ताह से चांद की कक्षा में है और अपनी साहसिक लैंडिंग की तैयारी कर रहा है। टेक्सास स्थित कंपनी फायरफ्लाई एयरोस्पेस ने इस अंतरिक्ष यान को विकसित किया है, जिसका लक्ष्य रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 3:34 बजे चांद की सतह पर उतरना है।
चंद्रमा पर कहां उतरेगा ब्लू घोस्ट?
ब्लू घोस्ट का लक्ष्य चंद्रमा के निकटवर्ती भाग (वह भाग जो हमेशा पृथ्वी की ओर होता है) पर 350 मील चौड़े बेसिन में उतरना है। नासा के अनुसार, इस क्षेत्र को प्राचीन क्षुद्रग्रह प्रभाव का स्थल माना जाता है। ब्लू घोस्ट रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 2 बजे के बाद चंद्रमा पर अपनी एक घंटे लंबी यात्रा शुरू करेगा। नासा 2:20 बजे से नासा टीवी पर लाइवस्ट्रीम प्रसारित करेगा।
चंद्रमा पर क्या पता लगाएगा ब्लू घोस्ट?
रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरिक्ष यान में नासा के 10 विज्ञान उपकरण हैं, जिनमें से एक चंद्रमा के अंदरूनी हिस्से की 700 मील की गहराई तक जांच करेगा। कैमरे पृथ्वी की ओर देखते हुए एक्स-रे तस्वीरें खींचेंगे, यह अध्ययन करेंगे कि अंतरिक्ष का मौसम पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के साथ कैसे संपर्क करता है, जबकि एक अलग कैमरा चंद्रमा की सतह पर उतरते समय लैंडर की विस्तृत तस्वीरें लेगा ताकि भविष्य के चंद्रमा मिशनों में सहायता मिल सके।
करीब दो हफ्ते चंद्रमा पर बिताएगा ब्लू घोस्ट लैंडर
लैंडर पर लगे उपकरण चंद्रमा की मिट्टी के नमूनों का विश्लेषण भी करेंगे। ये पता लगाएंगे कि चंद्रमा की धूल कितनी अलग-अलग सामग्रियों से चिपकी हुई है और पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की सटीक दूरी को मापने के लिए लेजर का इस्तेमाल करेंगे। माना जा रहा है कि ब्लू घोस्ट चांद की सतह पर डेटा इकट्ठा करने में करीब दो हफ्ते बिताएगा।